देवास तहसील के ग्राम बांगरदा में सत्संग प्रोग्रम मालिक की दया से सफल हुआ

वेद पढ़े भेद ना जाने ,बांचे पुराण अठारहा । पत्थर की पूजा करे जग मे ,भूले सिरजनहारा ।। कबीर ही वह सिरजनहार अर्थार्त पूर्ण परमात्मा हैं जिनका प्रमाण वेद,गीता,बाईबल,गुरुग्रंथ साहेब व कुर्आन-शरीफ़ भी यही गवाही दे रहे हैं कि "कबीर ही भगवान है जो सबके पूजा के योग्य हैं। *सबका मालिक एक*