सर्व ग्रंथों में प्रमाण है,कबीर जी ही भगवन हैं।।**************100%************** ऋग्वेद मण्डल नं 9 सूक्त 96 मंत्र 17 ऋग्वेद मण्डल नं 9 सूक्त 96 मंत्र 18 ऋग्वेद मण्डल नं 9 सूक्त 96 मंत्र 19 ऋग्वेद मण्डल नं 9 सूक्त 96 मंत्र 20 ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त 90 मंत्र 3 ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त 90 मंत्र 4 ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त 90 मंत्र 5 ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त 90 मंत्र 15 ऋग्वेद मण्डल नं 10 सूक्त 90 मंत्र 16 ***************************** यजुर्वेद अध्याय 19 मंत्र 26 यजुर्वेद अध्याय 19 मंत्र 30 यजुर्वेद अध्याय 29 मंत्र 25 ********************* सामवेद संख्या नं 359 अध्याय 4 खण्ड 25 श्लोक 8 सामवेद संख्या नं1400 उतार्चिक अध्याय 12 खण्ड 3 श्लोक 5 ************************************************* अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक नं 1 मंत्र 1 अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक नं 1 मंत्र 2 अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक नं 1 मंत्र 3 अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक नं 1 मंत्र 4 अथर्ववेद काण्ड नं 4 अनुवाक नं 1 मंत्र 5,6,7 *********************************** """"""""श्रीमद्भागवतगीता में प्रमाण"""""""" अध्याय 8 श्लोक 9 अध्याय 15 श्लोक 17 अध्याय 18 श्लोक 62,66 ********************** """"""""क़ुरान शरीफ में प्रमाण"""""""" सूरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 **************************** """"गुरु ग्रंथ साहिब में प्रमाण"""" गुरुग्रंथ साहिब पृष्ठ नं 721 महला 1 गुरुग्रंथ साहिब के राग "सिरी"महला 1 पृष्ठ नं 24 गुरुग्रंथ साहिब राग आसावरी,महला 1 पृष्ठ नं 350,352,353,414,439,463,465 ************************************** """""संतो की वाणी में प्रमाण""""" "कबीर परमेश्वर जी" ए स्वामी सृष्टा मैं, सृष्टि हमारे तीर। दास गरीब अधर बसूं, अविगत सत्य कबीर।। सोलह संत पर हमारा तकिया,गगन मण्डल के जिन्दा। हुक्म हिसाबी हम चल आये,कटान यम के फंदा।। हम है सत्यलोक के वासी,दास कहाये प्रगट भये काशी। नहीं बाप ना माता जाये, अब गतिही से हम चल आये।। ****************************************** """"""गुरु नानक जी"""""' यक् अर्ज गुफ्तम् पेस तो दर गोस कून करतार्। हक्का(सत्त)कबीर करीम तू बेएब परवरदीगार।। ************************************ """""""संत दादू दास जी""""""" कबीर कर्ता आप हैं,दूजा नाहिं कोए। दादू पूरण जगत को,भक्ति दृढावत सोए।। अबही तेरी सब मिटे, जन्म मरण की पीर। स्वांस उस्वांस सुमिरले, दादू नाम कबीर।। ******************************** """"""""संत गरीबदास जी""""""'" अनंत कोटि ब्रह्मण्ड का,एक रति नहीं भार। सतगुरु पुरुष कबीर हैं,कुल के सृजनहार।। अनंत कोटि ब्रह्माण्ड में बंदी छोड़ कहाये। सो तो एक कबीर हैं जननी जने न माये।। ******************************** *बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय* **सत् साहेब जी** वैभव दास--विदिशा--म.प्र


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