शास्त्र अनुकूल भक्ति करने से ही मोक्ष संभव-- संत रामपाल जी महाराज
सतलोक आश्रम न्यूज, देवास
शास्त्र अनुकूल भक्ति करने से ही मोक्ष संभव-- संत रामपाल जी महाराज
गीता अध्याय 16 श्लोक नंबर 23 के अनुसार शास्त्र विधि को त्याग कर जो पुरुष मन माना आचरण करता है, ना ही उसको गति होती है, ना ही सुख होता है, ना ही मोक्ष होता है।
इन्हीं सभी बातों का प्रमाण सहित जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ने विस्तार से सत्संग सुनाया जिसे सुनकर देवास जिले की हर श्रद्धालु आत्मा आत्मविभोर हो गई और गदगद हो उठी और संत रामपाल जी महाराज ने जो सच्चाई बताई, उसको सुनकर प्रमाण सहित देखकर भौंचक्की रह गई और कहा जो सत्य संत रामपाल जी महाराज ने बताया है वह तो आज तक किसी भी संत ने नहीं बताया.....
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शास्त्र अनुकूल भक्ति करने से ही मोक्ष संभव-- संत रामपाल जी महाराज
गीता अध्याय 16 श्लोक नंबर 23 के अनुसार शास्त्र विधि को त्याग कर जो पुरुष मन माना आचरण करता है, ना ही उसको गति होती है, ना ही सुख होता है, ना ही मोक्ष होता है।
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